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अनुसंधान

सवाल का सही समय पर सही उत्तर

वक्त पर सवाल करना आ जाए यह अच्छी बात है और उनके सही उत्तर समय पर मिल जाए तो सोने पे सुहागा है। वरना मायने खो देते हैं, वे जवाब जो वक्त पर नहीं मिलते हैं। सरल, सटीक और सही जवाब के लिए साथ आएं। अर्जुन ने जब तक गीता नहीं सुनी तब तक व्याकुल रहा। गीता सुनते ही फूँक देवदत्त, विजय पताका को लहरा दिया। शास्त्र ठीक से सुने बिना शस्त्र कैसे उठाएंगे ? अपने कुरुक्षेत्र (जीवन) के मैदान में... हमें आजीविका का प्रबन्ध, अवस्था की स्थिरता, व्यवहारिक जीवन की आवश्यकताओं की अविरल पूर्ति और सुन्दर भविष्य चाहिए। यह सब कैसे मिलेंगे ? चार वेद, चार उपवेद, नारद पंचरात्र, छ: शास्त्र, 14 ब्राह्मण, 18 पुराण, 20 स्मृति, 60 नीति 108 उपनिषद, गीता, रामायण जैसे अनेक धर्मग्रंथ होने के बाद भी जो अपने धर्म कर्म को ठीक से नहीं जान पाए हैं। उनके लिए यह गौधृत नामक "शास्त्र अध्धयन अभियान" के नाम से आपके लिए घर बैठे एक उत्तम सौगात है । यह 18 दिन तक प्रतिदिन एक घंटे का प्रशिक्षण है। प्रशिक्षण के बाद आप परिवार, समाज, राष्ट्र और धर्म के लिए उपयोगी ही नहीं बल्कि सब की जरूरत बन जाएंगे। आइए अपनी और अपनों की जरूरतों को पूर्ण करने के लिए इस अध्ययन में शामिल हो।